यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में कालसर्प दोष हो या जिनके हाथ से जाने-अनजाने सांप की हत्या हुई हो, तो उनके जीवन में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव आते हैं। आमतौर पर कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति जीवन भर संघर्ष ही करता रह जाता है। काफ़ी प्रयास करने के बाद भी जीवन में सफलता नहीं मिलती है। इसलिए व्यक्ति को कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए उपाय करना अवश्य होता है।
कालसर्प दोष से निजात पाने के लिए आज हम आपको कुछ सरल उपाय बता रहे है :-
- कालसर्प दोष शांति के लिए नागपंचमी के दिन व्रत करना चाहिए।
- नागपंचमी के दिन भगवान शिव का अभिषेक करते हुए चाँदी के नाग-नागिन का जोडा शिवलिंग पर चढाने से कालसर्प दोष में राहत मिलती है।
- अष्टधातु या कांसे से बने हुए नाग को शिवलिंग पर चढाने से इस दोष से मुक्ति मिलती है।
- नागपंचमी के दिन रूद्राक्ष माला से शिव मंत्र “ऊँ नम: शिवाय” का जाप करने से कालसर्प दोष में राहत मिलती है।
- सावन महीने में 30 दिनों तक शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से कालसर्प दोष शांत होता है।
- भगवान शिव के ही अंश बटुक भैरव की पूजा करने से भी इस दोष से बचाव होता है।
- पंचमी के दिन 11 नारियल नदी में प्रवाहित करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
- सावन महीने में हर सोमवार का व्रत रखने के साथ भगवान शिव का रूद्राभिषेक करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
- यदि व्यक्ति पर कालसर्प दोष हो तो उसे कभी भी नाग की आकृति वाली अंगूठी नहीं पहननी चाहिए।
- कालसर्प दोष से मुक्त होने के लिए आप रोज़ गायत्री मंत्र का जाप करें।
- शनिवार के दिन पीपल की जड़ में जल चढ़ाने से भी कालसर्प दोष शांत होता हैं।