नवरात्रि का त्यौहार देश में बहुत धूमधाम और श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाला यह पर्व माँ दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित होता है। हिन्दू धर्म के अनुसार नवरात्रि साल में दो बार आते है जिनमे से एक चैत्र नवरात्रि होते है और दूसरा शारदीय नवरात्रि होते है। ऐसी मान्यता है की नवरात्रि के ये नौ दिन बहुत शुभ होते है। नवरात्रो में माँ की आराधना से आपको देवी का आशीर्वाद मिलता है। इन नवरात्रो में घट स्थापना का विशेष महत्व होता है।
Significance of Ghat Sthapana Muhurat 2018
- नवरात्रि के दौरान कलश स्थापना का बहुत महत्व होता है इसलिए घट स्थापना सही और शुभ मुहर्त पर ही स्थापित करनी चाहिए।
- शास्त्रों में कहा गया है की घट स्थापना शुभ मुहर्त में करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- घट स्थापना को कलश स्थापना के नाम से भी जाना जाता है।
Ghat Sthapana Muhurat 2018
जैसा की हम सब जानते है की शारदीय नवरात्रि आने में अब कुछ महीने ही बाकी है। ऐसे में हम आपको शारदीय नवरात्रि में Ghat Sthapana Muhurat 2018 के बारे में बातएंगे।
- साल 2018 में शारदीय नवरात्रि 10 अक्टूबर, बुधवार से प्रारम्भ हो रहे है।
- शारदीय नवरात्रि में घट स्थापना नवरात्रि के पहले दिन ही की जाती है।
- नवरात्रि घट स्थापना 2018 का शुभ महूर्त 06 बजकर 22 मिनट से 07 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
- घट स्थापना प्रतिपदा तिथि में की जाएगी ।
- प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 09 अक्टूबर मंगलवार 2018,को 09 बजकर 16 मिनट से होगी।
- इस तिथि का अंत 10 अक्टूबर बुधवार 2018, को 07 बजकर 25 मिनट पर होगा।
- नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि का समापन 19 अक्टूबर, शुक्रवार को होगा।
How to Perform Ghat Sthapana Muhurat 2018
- कलश किसी धातु का ना होकर मिटटी से बना हुआ होना चाहिए ।
- सर्वप्रथम कलश में चावल रखे।
- अब इसके बाद कलश को आम के पते और फूलों से ढक दे।
- इसके बाद कलश पर नारियल रखे ।
- नारियल को देवी दुर्गा के प्रतीक लाल चुनरी से ढक दे।
- कलश पर स्वस्तिक को चिन्हित करे।
- दोनों हाथ जोड़कर माँ दुर्गा का अपने घर में स्वागत करे ।
घट स्थापना को शुभ मुहर्त में स्थापित करके आप देवी दुर्गा को अपने घर आने का निमंत्रण देते है।