History of Ram Mandir in Hindi
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का इंतज़ार लोगों को एक लंबे समय से रहा है और अब यह 22 जनवरी 2024 से राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ भक्तों के लिए खुल जाएगा। लेकिन, अगर हम बात करें इसके इतिहास की, तो राम मंदिर का इतिहास लगभग 500 साल पुराना रहा है। चलिए जानते हैं राम मंदिर का इतिहास।
राम मंदिर का इतिहास
- धर्मग्रंथों के अनुसार, अयोध्या में भगवान राम का जन्म हुआ था और उन्होंने यहां कई सालों तक शासन भी किया था।
- इसके बाद, राजा विक्रमादित्य ने इस स्थान पर 84 स्तंभों वाला मंदिर का निर्माण करवाया था जहां भगवान राम की विधिवत पूजा होती थी।
- इसके बाद, 14वीं शताब्दी में भारत में मुगलों का राज शुरू हुआ और साल 1525 में बाबर ने मंदिर को ध्वस्त करके बाबरी मस्जिद बना दी।
- इसके साथ ही, राम जन्म भूमि का विवाद शुरू हुआ और 1949 में मस्जिद के अंदर राम जी की मूर्ति मिली।
- 1950 में यह मामला कोर्ट पहुंच गया और इस तरह कई सालों तक राम जन्मभूमि विवाद चलता रहा।
- 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस क्षेत्र को तीन हिस्सों में बांटने का आदेश सुनाया जिसके तहत यह क्षेत्र रामलला, निर्मोही अखाड़े और वक्फ बोर्ड को देने का फैसला लिया गया।
- 2016 में सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के निर्माण को लेकर याचिका दायर की गई जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
- इस प्रकार, अयोध्या में राम मंदिर बनाने का सपना साकार हो सका।