बाल दिवस
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहबाद में हुआ था।
नेहरू जी को बच्चों से बड़ा प्रेम था और वे बच्चों को देश का भावी निर्माता मानते थे। बच्चों के प्रति उनके स्नेह भाव के कारण बच्चे भी उन्हें बेहद पसंदकरते थे और उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे।
यही कारण है कि नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।बाल दिवस बच्चों को समर्पित भारत का एक राष्ट्रीय त्यौहार है।
बाल दिवस कब और कैसे मनाया जाता है?
बाल दिवस 14 नवम्बर 2018 को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष रूप से बच्चों के लिए प्रतियोगिताओं और खेल-कूद से जुड़े कार्यकर्मों का आयोजन किया जाता हैं, ताकि बच्चों की क्षमता और प्रतिभा को ओर बढ़ावा मिल सके।
बच्चे देश का भविष्य हैं,जो ऐसे बीज के समान हैं जिन्हें दिया गया पोषण उनके विकास और गुणवत्ता को निर्धारित करता है।
यही कारण है कि इस दिन बच्चों से जुड़े विभिन्न मुद्दों जैसे शिक्षा,संस्कार,उनकी सेहत,मानसिक और शारीरिक विकास आदि जरूरी विषयों पर विचार विमर्श किया जाता है।
कई स्कूलों और संस्थानों में बाल मेले का भी आयोजित किया जाता हैं। बच्चों का आज, देश के आने वाले कल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए उनके क्रिया कलापों, उन्हें दिए जाने वाले ज्ञान और संस्कारों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है।
इसके साथ ही बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है। बच्चों को सही शिक्षा, पोषण और संस्कार मिले यह देशहित के लिए बहुत अहमियत रखता है, क्योंकि आज के बच्चे ही कल का भविष्य है।