सूर्य ग्रहण 2019
ग्रहण हमेशा से मानवजन में उत्सुकता का विषय बना हुआ है। भारत के अलावा पश्चिमी देशों में भी ग्रहण को लेकर अलग-अलग मान्यताएँ हैं। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को लेकर कई तरह की पौराणिक कथाएं हैं। वैदिक ज्योतिष में ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना है। सूर्य ग्रहण के घटित होने से मानव जीवन, प्रकृति तथा वस्तुओं पर ग्रहण का सीधा असर पड़ता है। वर्ष 2019 में 3 सूर्य ग्रहण है, जिसमें पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण कब होता है?
खगोलशास्त्र के अनुसार, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आते है, तो इस दौरान चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य में आ जाता है तथा सूर्य की रोशनी को रोकता है साथ ही सूर्य पर अपनी छाया बनाता है, तब इस घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
कब और किन-किन जगहों पर दिखेगा सूर्य ग्रहण?
वर्ष 2019 का पहला सूर्य ग्रहण 6 जनवरी को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 5:04 से रात 9:18 बजे तक रहेगा।
यह ग्रहण मध्य-पूर्वी चीन, जापान, उत्तरी-दक्षिणी कोरिया, उत्तर-पूर्वी रूस, मध्य-पूर्वी मंगोलिया, प्रशांत महासागर, अलास्का के पश्चिमी तटों पर दिखाई देगा। परंतु भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा और इसलिए यहाँ पर सूतक काल मान्य नहीं होगा।
ज्योतिष के अनुसार, साल का पहला सूर्य ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में लगेगा। जिसकी वजह से धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र से संबंधित व्यक्तियों के जीवन पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण 2019 का राशियों पर प्रभाव
इन राशियों पर शुभ प्रभाव होगा :- कुंभ, मीन, वृषभ, मिथुन, कन्या और तुला।
इन राशियों पर लाभप्रद प्रभाव होगा :- कर्क, सिंह, मेष और वृश्चिक।
इन राशियों पर मध्यम प्रभाव होगा :- मकर और धनु।