Surya Grahan or Solar Eclipse holds a great significance in Hinduism. As per Astrology, Eclipse period is a hard time and no auspicious activity should be done during this time. It is believed that it brings bad omen with it and specially for Pregnant Ladies who are expecting a child or have recently given birth to a child.
At the end of 2019 final Solar Eclipse will take place on Thursday, December 26, it is an Annular Solar Eclipse. Especially Pregnant women need to be careful to protect their babies during this eclipse.
Timings of Surya Grahan and SutakKaal
Grahan Starts -08:17 AM
Paramgras – 09:31 AM
Grahan Ends – 10:57 AM
Duration of Grahan – 02:40:06
Sutak Starts– 05:31 PM, Dec 25
Sutak Ends -10 57 AM
Negative Effects of Solar Eclipse on Pregnant Woman
- Negative energy harms the unborn baby in the mother's womb.
- Any activity done by the mother at the time of eclipse affects the baby.
- The mother and the baby may have to face skin and other diseases.
- Malefic effects of Surya Grahan affect pregnant women and their baby.
If you want to protect your baby from the ill effects of the Solar Eclipse, you can perform Puja through us.
This puja ritual creates a protective shield around the pregnant woman so that the negative energy does not harm pregnant women and babies during the eclipse.
For more information regarding this Puja, you can contact us at +91-9599071940.
The charges for this Puja are Rs.3100 and all the rituals will be done under the guidance of Swami Gagan.
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सूर्य ग्रहण 2019
सूर्य या चंद्र ग्रहण दोनों को ही शास्त्रों में अशुभ माना गया है जिसका नकारात्मक या दुष्प्रभाव देवी-देवताओं, मनुष्यों और गर्भवती महिलाओं पर सबसे अधिक पड़ता है।
2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगने जा रहा है जो एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। 58 साल बाद लगने जा रहे इस ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने शिशु के बचाव के लिए विशेष रूप से सावधान रहने की जरुरत हैं।
सूर्य ग्रहण का गर्भवती महिलाओं पर प्रभाव
- ग्रहण के दौरान हर तरफ मौजूद नकारात्मक ऊर्जा से गर्भवती माँ के गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान होता है।
- ग्रहण के समय माँ द्वारा की गई किसी भी गतिविधि का असर शिशु पर पड़ता है।
- सूर्य ग्रहण के प्रभाव में आने से माँ समेत बच्चे को त्वचा व अन्य रोग हो सकते है।
- ग्रहण की बुरी शक्तियां गर्भवती माँ और शिशु को प्रभावित करती है।
सूर्य ग्रहण और सूतक काल का समय
ग्रहण प्रारम्भ काल – 08:17 AM
परमग्रास – 09:31 AM
ग्रहण समाप्ति काल – 10:57 AM
खण्डग्रास की अवधि – 02 घण्टे 40 मिनट्स 06 सेकण्ड्स
सूतक प्रारम्भ – 05:31 PM, दिसम्बर 25
सूतक समाप्त -10 57 AM
शिशु की सुरक्षा के लिए करे पूजा संपन्न
अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को सूर्य ग्रहण के कुप्रभावों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए आप स्वामी गगन द्वारा पूजा संपन्न करवा सकते है।
यह पूजा गर्भवती महिला के चारों तरफ एक सुरक्षा कवच बनाती हैं जिससे ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा गर्भवती महिलाओं और शिशु को हानि नही पहुंचा पाती है।
हमारे द्वारा ये पूजा संपन्न करवाने के लिए आप दिए नंबर पर संपर्क कर सकते है +91-9599071940