Precautions for Pregnant Women during Grahan in Hindi.
हिंदू धर्म के अनुसार ग्रहण को अशुभ माना जाता है चाहे वे सूर्य ग्रहण हो या फिर चन्द्र ग्रहण हो। ग्रहण को ना केवल शास्त्रों की दृष्टि से बल्कि सांइस की दृष्टि से भी हानिकारक माना जाता है। वैज्ञानिकों ने भी माना है कि ग्रहण के समय कुछ सावधानियाँ बरतनी जरूरी होती हैं, क्योंकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली तरंगे हमें हानि पहुँचा सकती हैं। ख़ासकर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय अन्य लोगों की तुलना में अधिक सावधानियाँ बरतनी चाहिए। ग्रहण के दौरान उन्हें कुछ खास नियमों का पालन करना जरुरी होता है। दरअसल ग्रहण के समय गर्भ में पल रहे बच्चे पर ग्रहण का बुरा प्रभाव पड़ने का डर होता है।
- गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान एक नारियल अपने पास रखें। इससे गर्भवती महिला पर वायुमंडल से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है।
- ग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं चाकू, कैंची और सुई का बिल्कुल भी प्रयोग ना करें और ना ही कोई अन्य कार्य करें। ग्रहण से बचने के लिए सिर्फ भगवान का ध्यान करें।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए, साथ ही सामान्य लोगों को भी ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
- यदि संभव हो तो ग्रहण के समय ना सोयें, चाहे तो आप घर के अंदर ही टहल सकते हैं, लेकिन किसी भी प्रकार से ग्रहण की किरणे आप के पास तक नहीं पहुँचनी चाहिए।
- क्लिप या पिन लगा हुआ वस्त्र धारण ना करे और ना ही कहीं लगायें। साथ ही बालों में भी कोई क्लिप या पिन ना लगायें।
- ग्रहण के दौरान फल, सब्जियाँ या अन्य किसी वस्तु को नहीं काटना चाहिए।
- ऐसा माना जाता है कि यदि ग्रहण के समय आप किसी वस्तु या फल को काटते है, तो पैदा होने वाली संतान विकलांग होगी।
- ग्रहण के पहले और बाद में स्नान अवश्य करें।
- ग्रहण के समय भोजन नहीं करना चाहिए। ग्रहण के पहले बना हुआ भोजन ना करें, ग्रहण के बाद ताजा पका हुआ भोजन करें।
- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला के कमरे में कपूर जलायें, इससे सारी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
- ग्रहण के समय संतान गोपाल स्तोत्र, सूर्य स्तोत्र या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।