देवी सरस्वती ज्ञान, बुद्धि, विद्या और कला की देवी है। विश्व का संचालन करने वाली तीन देवियों (माँ पार्वती, माँ लक्ष्मी, माँ सरस्वती) में से एक माँ सरस्वती। देवी लक्ष्मी की तरह देवी सरस्वती हमारे जीवन में विद्या, बुद्धि और ज्ञान के महत्व को दर्शाती है। इनके कृपा के बिना मनुष्य शिक्षा, करियर,व्यापार या जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त नही कर सकता है। देवी सरस्वती में मूर्ख व्यक्ति को भी विद्वान बनाने की अपार शक्ति है। माँ सरस्वती की पूजा से ही मनुष्य प्रगति पथ पर आगे बढ़ता है। इनके आशीर्वाद के बिना मनुष्य को नर-वानरों की तरह वनमानुष जैसा जीवन व्यतीत करना पड़ता है।
दीवाली पांच दिन का उत्सव है जिसमे हर दिन एक विशेष देवी-देवता की पूजा की जाती है। इस पर्व के 5 दिनों में क्रमशः धनतेरस, नरकचतुर्दशी या छोटी दीवाली, दीवाली, गोवर्धन, भाईदूज को मनाया जाता है। दीपावली के दौरान काली पूजा, हनुमान पूजा, कुबेर पूजा और यमराज पूजा भी की जाती है।
देवी सरस्वती शिक्षा और ज्ञान की दाता है और यही मनुष्यों को पशुओँ से अलग बनाती है। हम आपकी तरफ से सरस्वती पूजा को संपन्न कर सकते है। हमारे अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक रीतियों के अनुसार सरस्वती पूजा को किया जाएगा। सरस्वती पूजा को करने के लिए आपको नीचे दी गयी जानकारी हमारे साथ साझा करनी होगी।
अनुभवी पंडितों द्वारा पारंपरिक रूप से सरस्वती पूजा करवाने से भक्त को भगवान सरस्वती की कृपा और आशीर्वाद मिलता है जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्रदान करती है। यह पूजा मुख्य रूप से आपके नाम और संकल्प (मनोकामना) को ध्यान में रखते हुए की जाती है।सरस्वती पूजा के संपन्न होने के बाद सिद्ध पूजा प्रसाद प्रयोग विधि सहित आपके दिए पते पर भेज दिया जाता है।