Book Ganesh Puja at Diwali | Shivology

Ganesh Puja at Diwali | बुक करें गणेश पूजन इस दिवाली




Description

भगवान गणेश को देवसमाज मे प्रथम पूज्य का दर्जा प्राप्त है। श्री गणेश बल, बुद्धि, विद्या, ज्ञान के प्रमुख देवता है। किसी भी नए या शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है जिससे उस कार्य मे उत्पन्न हो रही विघ्न का विघ्नहर्ता गणेश निवारण कर शुभ फल प्रदान करते है। इनकी पूजा-अनुष्ठान करने से जातक को शुभता, सम्पन्नता, शक्ति, रिद्धि-सिद्धि, शांति, व्यापार वृद्धि प्रदान करते है और भक्त के जीवन मे आने बाली समस्त बाधाओं व दुखोँ का विघ्नहर्ता गणेश हरण कर लेते है। त्रिदेवों में से एक महादेव और माता पार्वती के पुत्र, रिद्धि-सिद्धि इनकी पत्नियाँ और शुभ-लाभ के पिता है भगवान गणेशं, जो इनकी पूजा करता है उसका जीवन संसार के सभी सुख, ऐश्वर्य, शांति से परिपूर्ण हो जाता है।

 

दीवाली: 5 दिन का महत्व

दीवाली पांच दिन का उत्सव है जिसमे हर दिन एक विशेष भगवान की पूजा की जाती है। इस पर्व के 5 दिनों में क्रमशः धनतेरस, नरकचतुर्दशी या छोटी दीवाली, दीवाली, गोवर्धन, भाईदूज को मनाया जाता है। दीपावली के दौरान काली पूजा, हनुमान पूजा और यमराज पूजा भी की जाती है।

 

गणेश पूजा के लाभ (Benefits of Ganesh Puja at Diwali)

  • शिक्षा में आने वाली समस्याओं, कमज़ोर याददाश्त को दूर करने औऱ सफलता प्राप्त करने के लिए।
  • धन का अभाव, कर्ज़ के लगातार बढ़ने, धन हानि आदि के अंत और समृद्धि प्राप्त करने के लिए।
  • नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट और सकारात्मक ऊर्जा व शुभता के प्रवाह में बढ़ोतरी के लिए।
  • निरोगी संतान की कामना और संतान प्राप्ति में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए।
  • पति-पत्नी के बीच होने वाले तनाव, क्लेश और मनमुटाव का अंत कर सुखमय जीवन के आशीर्वाद के लिए।
  • सभी प्रकार की समस्याओं के समाधान और हर क्षेत्र जैसे शिक्षा, व्यापार, प्रेम आदि में सफलता प्राप्ति के लिए।
  • किसी बीमारी, शारीरिक दुर्बलता और मानसिक रोगों को समाप्त कर एक स्वस्थ व निरोगी काया की प्राप्ति के लिए

 

वैदिक रीति-रिवाजों द्वारा गणेश पूजन

दुखहर्ता भगवान गणेश सभी के दुखों को नाश करते है,चाहे वो अमीर हो या गरीब। अपने कष्टों से निजात पाने के लिए आप गणेश पूजा हमसे सम्पन्न करवा सकते है। हमारे अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक रीतियों के अनुसार गणेश पूजा को किया जाएगा। गणेश पूजा को संपन्न करने के लिए आपको नीचे दी गयी जानकारी हमारे साथ साझा करनी होगी।

  1. पूरा नाम,
  2. जन्म तिथि,
  3. जन्म स्थान,
  4. जन्म समय,
  5. गौत्र,
  6. पूजा का उद्देश्य

 

गणेश पूजा के प्रमुख अंग

  • कलश स्थापना,
  • देवहर्ता गणपति स्तोत्र,
  • संतान गणपति स्तोत्र,
  • गणपति स्तोत्र मंत्र,
  • गणपति अभिषेक,
  • गणपति मंत्र

 

अनुभवी पंडितों द्वारा पारंपरिक रूप से पूजा करवाने से भक्त को भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद मिलता है जो जीवन मे आने वाली तकलीफ़ों से मुक्ति दिलाते है। गणेश पूजा के संपन्न होने के बाद सिद्ध पूजा प्रसाद प्रयोग विधि सहित आपके दिए पते पर भेज दिया जाता है।

 

All the rituals will be performed under the guidance of Swami Gagan

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