भगवान गणेश को देवसमाज मे प्रथम पूज्य का दर्जा प्राप्त है। श्री गणेश बल, बुद्धि, विद्या, ज्ञान के प्रमुख देवता है। किसी भी नए या शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है जिससे उस कार्य मे उत्पन्न हो रही विघ्न का विघ्नहर्ता गणेश निवारण कर शुभ फल प्रदान करते है। इनकी पूजा-अनुष्ठान करने से जातक को शुभता, सम्पन्नता, शक्ति, रिद्धि-सिद्धि, शांति, व्यापार वृद्धि प्रदान करते है और भक्त के जीवन मे आने बाली समस्त बाधाओं व दुखोँ का विघ्नहर्ता गणेश हरण कर लेते है। त्रिदेवों में से एक महादेव और माता पार्वती के पुत्र, रिद्धि-सिद्धि इनकी पत्नियाँ और शुभ-लाभ के पिता है भगवान गणेशं, जो इनकी पूजा करता है उसका जीवन संसार के सभी सुख, ऐश्वर्य, शांति से परिपूर्ण हो जाता है।
दीवाली पांच दिन का उत्सव है जिसमे हर दिन एक विशेष भगवान की पूजा की जाती है। इस पर्व के 5 दिनों में क्रमशः धनतेरस, नरकचतुर्दशी या छोटी दीवाली, दीवाली, गोवर्धन, भाईदूज को मनाया जाता है। दीपावली के दौरान काली पूजा, हनुमान पूजा और यमराज पूजा भी की जाती है।
दुखहर्ता भगवान गणेश सभी के दुखों को नाश करते है,चाहे वो अमीर हो या गरीब। अपने कष्टों से निजात पाने के लिए आप गणेश पूजा हमसे सम्पन्न करवा सकते है। हमारे अनुभवी पंडितों द्वारा वैदिक रीतियों के अनुसार गणेश पूजा को किया जाएगा। गणेश पूजा को संपन्न करने के लिए आपको नीचे दी गयी जानकारी हमारे साथ साझा करनी होगी।
अनुभवी पंडितों द्वारा पारंपरिक रूप से पूजा करवाने से भक्त को भगवान गणेश की कृपा और आशीर्वाद मिलता है जो जीवन मे आने वाली तकलीफ़ों से मुक्ति दिलाते है। गणेश पूजा के संपन्न होने के बाद सिद्ध पूजा प्रसाद प्रयोग विधि सहित आपके दिए पते पर भेज दिया जाता है।