सावन सोमवार व्रत
सावन सोमवार व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सावन के महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन सोमवार का विशेष महत्व होता है। शिवजी की उपासना और व्रत करने से यह जल्दी प्रसन्न होते है और अपने भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करते है।
हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति सावन सोमवार का व्रत करता है, उसको सारे दुख, कष्ट या परेशानियों से मुक्ति मिल जाती है। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करके आप उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है।
सावन सोमवार कब-कब है?
इस साल सावन सोमवार 23 जुलाई, 30 जुलाई, 06 अगस्त,13 अगस्त, 20 अगस्त 2018 को मनाया जाएगा।
पूजा विधि
- व्रतधारी को प्रात:काल उठकर पानी में काले तिल डालकर स्नान करना चाहिए।
- शिवजी का ध्यान करके ताम्बे के बर्तन से शिवलिंग पर जल अर्पण करें।
- जलाभिषेक करने के बाद भगवान शिव को चन्दन आदि का तिलक करें।
- भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती और नंदी का भी पंचामृत से अभिषेक किया जाता है।
- शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराने के बाद इत्र, फूल माला, बेलपत्र, मौली, जनेऊ, वस्त्र आदि चढाएं।
- शिवजी की पूजा करते समय अपने मन को स्वच्छ रखे, मन में कोई बुरे विचार नहीं आना चाहिए। वरना आपकी पूजा और व्रत व्यर्थ हो जाएगा।
- भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने के बाद सावन सोमवार व्रत कथा पढें।
- इसके बाद शिवजी की आरती करें।
- इस व्रत में दिन में केवल एक बार नमक रहित भोजन ग्रहण कर सकते है।