गोवर्धन पूजा
हिंदू धर्म में कार्तिक का महीना बहुत शुभ माना जाता है और इस महीने में कई त्यौहार आते है, उसी में से एक त्यौहार गोवर्धन पूजा है। गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गाय माता की पूजा की जाती है। हिंदूओं में गोवर्धन का त्यौहार इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र को पराजित किया था। गोवर्धन का त्यौहार दिवाली के दूसरे दिन मनाया जाता है। इस पूजा में गोवर्धन पर्वत की विशेष पूजा की जाती है और यह पूजा श्रीकृष्ण द्वारा द्वापर युग में शुरू की गई थी।
दिंनाक/मुहूर्त
इस साल गोवर्धन का त्यौहार 08 नवंबर 2018 को मनाया जाएगा।
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त प्रात:काल 06:42 से लेकर 08:51 तक है और दोपहर में 03:18 से लेकर 05:27 तक है।
पूजा विधि
- इस दिन प्रात:काल उठकर स्नान आदि कार्य करने के बाद पूजा स्थान को साफ कर लें।
- आपको अपने पूजा घर में या घर के आंगन में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाना चाहिए।
- इसके बाद गोवर्धन पर्वत पर पुष्प, फल, मिठाई, अक्षत, चंदन आदि चढाएं।
- पूजा करते समय गोवर्धन के सामने एक दीपक जलाएं।
- पूजा की थाली में देशी घी का दिया, धूप, बताशे, खीर, हलवा, पंचामृत तथा एक कटोरी में अन्न कूट की सब्जी और पूरी गोवर्धन पर्वत पर चढाएं।
- गोवर्धन पूजा करने के बाद गोवर्धन बाबा के चारों तरफ 11 बार परिक्रमा की जाती है।
- इसके बाद खीर, हलवा, अन्न कूट की सब्जी और पूरी का भोग भगवान गोवर्धन को चढाएं।
प्रसाद का भोग लगाने के बाद सभी लोग इस प्रसाद को ग्रहण करें।