दिवाली पूजा
भारत के प्रमुख त्यौहारों में से एक दीपावली का त्यौहार है। यह पर्व अश्विन महीने की कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। इस त्यौहार को पूरे भारत में बडे ही धूमधाम और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाता है। भारत वर्ष में यह एक ऐसा त्यौहार है जो हमें अंधेरे से ऊजाले की तरफ ले जाता है और यह त्यौहार पांच दिनों तक चलता है। इसकी शुरूआत धनतेरस से होती है और भाई दूज पर खत्म होता है। इस त्यौहार को लोग अपने परिवारजनों और मित्रों के साथ मिलकर बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते है। ऐसी मान्यता हैं की इस दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास काट कर अयोध्या वापस लौटे थे, इसलिए दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है।
दिंनाक/मुहूर्त
इस साल दीपावली का त्यौहार 07 नवंबर 2018 को मनाया जाएगा।
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त 05:59 से लेकर 07:55 तक का है।
पूजा विधि
- दिवाली की पूजा में सबसे पहले एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछा लें।
- इसके बाद उस चौकी पर माँ लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित करे।
- माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश के सामने एक जल से भरे कलश की स्थापना करे और इसके बाद सभी देवी देवताओं को तिलक लगाएं।
- इसके बाद फल, फूल, मिठाई, खील, बताशे, मेवे आदि का भोग लगाएं।
- पूजा करते समय 11 छोटे दिए और एक बडा दिया जलाना चाहिए।
- माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करके आरती करनी चाहिए।
- भगवान की आरती करने के बाद प्रसाद को सभी में बाटे और स्वयं भी ग्रहण करे।