हिंदू धर्म में हवन का बहुत ही महत्व बताया गया है। हवन की अग्नि शुद्धिकरण का सबसे अच्छा माध्यम है। कुंड में अग्नि के माध्यम से देवी देवताओं को आहुति पहुंचाने की प्रक्रिया को हवन कहते है। इसे यज्ञ के नाम से भी जाना जाता है। वेदों और ज्योतिष शास्त्रों में यज्ञ या हवन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। अगर आपकी कुंडली में किसी भी प्रकार का दोष है, तो वैदिक हवन द्वारा उनका निवारण हो जाता है। आपको पितृ दोष, मंगल दोष, नवग्रह दोष आदि दोषों के लिए सर्व दोष निवारण हवन अवश्य करवाना चाहिए। हवन करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्ति समाप्त हो जाती है और भविष्य में घटने वाली दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकता है।
सर्व दोष निवारण हवन के लाभ
- भगवान शिव की पूजा करते समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से इन दोषों से मुक्ति मिल सकती है।
- माँ काली की नियमित रूप से पूजा करने से पितृ दोष में लाभ मिलता है।
- यह हवन आपके जीवन में सभी दोषों को समाप्त कर आपके लिए सफलता और समृद्धि के रास्ते खोलता है।
- हवन की सकारात्मक ऊर्जा आपके व्यवसाय में हो रहे घाटे को रोकने में मदद करती है।
- सर्व दोष निवारण हवन द्वारा स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी निजात मिल जाती है।
अगर आप इन सभी समस्याओं से परेशान है, तो अपनी समस्त समस्याओं के हल के लिए सर्व दोष निवारण हवन अवश्य सम्पन्न कराएं।