व्यापार वृद्धि यन्त्र
वैदिक शास्त्रों के अंतर्गत विभिन्न मंत्रों और यंत्रो का वर्णन किया गया है। इन्हीं यंत्रों में से व्यापार यंत्र सर्वोपरि और सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। व्यापार वृद्धि यंत्र को धनदाता और सर्वसिद्धि दाता के नाम से भी जाना जाता है।
लाभ
- व्यापार वृद्धि यंत्र को व्यापार स्थल पर रखने से कारोबार में आ रही रूकावटें दूर हो जाती है।
- इस यंत्र की पूजा करने से व्यापार में वृद्धि होती है।
- व्यापार वृद्धि यंत्र को कार्यस्थल पर रखने से धन का आगमन होता है।
- अगर कारोबार में लगातार घाटा हो रहा है, तो इस यंत्र का प्रयोग करने से व्यापार में लाभ प्राप्त होता है।
ऐसा माना जाता है की व्यापार वृद्धि यंत्र उस स्थान को पवित्र करता है, जहाँ इस यंत्र को स्थापित किया जाता है। इस यंत्र को पश्चिम की ओर पूर्व दिशा में लगाना सर्वोत्तम माना गया है। इस यंत्र का प्रभाव सूर्य की बढ़ती किरणों के साथ ओर बढ़ता है। इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस यंत्र के सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा। व्यापार वृद्धि यंत्र को कैसे और कहाँ स्थापित करें ? इस यंत्र की अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।