वास्तु दोष निवारण यन्त्र
वास्तु शास्त्र एक प्रकार का विज्ञान है, जो हमारे घर और कार्यस्थल पर समृद्धि और मानसिक शांति को प्राप्त करने में मदद करता है। वास्तु दोष निवारण यंत्र हमारे चारों ओर एक कवच के रूप में काम करता है। हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही वास्तु देवता को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा का विधान है। नगर निर्माण हो, भवन निर्माण या यज्ञानुष्ठान आदि कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए वास्तु देवता की पूजा की जाती है।
लाभ
- इस यंत्र की स्थापना करने से नवग्रहों से शुभ फल प्राप्त होते है।
- वास्तु दोष के कारण हो रही परेशानियों को खत्म करने के लिए इस यंत्र का प्रयोग करना अनिवार्य होता है।
- वास्तु दोष निवारण यंत्र घर की शांति के लिए भी बहुत लाभकारी होता है।
- यह यंत्र मानव जीवन में हो रहे तनाव को भी दूर करता है।
- वास्तु दोष निवारण यंत्र से आपको स्वास्थ्य, सुरक्षा और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- यह यंत्र नकारात्मक ऊर्जा को हटाकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
ऐसा माना जाता है की वास्तु दोष निवारण यंत्र उस स्थान को पवित्र करता है, जहाँ इस यंत्र को स्थापित किया जाता है। इस यंत्र को पश्चिम की ओर पूर्व दिशा में लगाना सर्वोत्तम माना गया है। इस यंत्र का प्रभाव सूर्य की बढ़ती किरणों के साथ ओर बढ़ता है। इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस यंत्र के सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा। वास्तु दोष निवारण यंत्र को कैसे और कहाँ स्थापित करें? इस यंत्र की अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।