कात्यायनी यंत्र (Katyayani Yantra)
माँ कात्यायनी को दुर्गा माँ की छठी शक्ति के रूप में जाना जाता है। नवरात्रि के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाती है। माँ कात्यायनी मन की शक्ति की देवी है और इनकी साधना करके इंसान अपनी इंद्रियों को वश में कर सकता है। शास्त्रों में माँ कात्यायनी के जिस स्वरूप का वर्णन किया गया है, वह अपने दिव्य शेर पर विराजमान है। ऐसा माना जाता है कि माँ कात्यायनी का जन्म महर्षि कात्यायन के घर हुआ था। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने खुद उनके यहाँ पुत्री के रूप में जन्म लिया था। कात्यायनी यंत्र को अपने घर या कार्यस्थल में स्थापित करने से हर समस्या दूर हो जाती है।
कात्यायनी यंत्र के लाभ (Benefits of Katyayani Yantra in Hindi)
- इस यंत्र की स्थापना करने से प्रेम सम्बंधों में आ रही कठिनाइयों को दूर करने में ये मददगार साबित होता है।
- विवाहित जीवन में आ रही परेशानियाँ भी इस यंत्र की मदद से दूर होती है।
- जिन लोगों का विवाह होने में देरी हो रही होती है, तो इस यंत्र की रोज पूजा करने से लाभ मिलता है।
- अगर आप आदर्श जीवन साथी प्राप्त करना चाहते है, तो कात्यायनी यंत्र को अपने घर में स्थापित करे।
In which direction you should keep this Yantra?
- इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- इस यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा।
- हमारे द्वारा दी गई विधि में आपको बताया जाता है कि कात्यायनी यंत्र किस दिशा मे स्थापित किया जाए जहा इसके प्रभाव में निरंतर वृद्धि हो।
- कात्यायनी यंत्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।