काली यंत्र (Maa Kaali Yantra)
जगत जननी माँ दुर्गा के अनेक स्वरूप है और उन्ही में से माँ काली का एक रूप है। जिनको महाकाली के नाम से जाना जाता है। माँ काली के स्वरूप को देवी के सभी नौ रूपों में से सबसे शक्तिशाली माना जाता है। काली शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द काल से हुई है। ऐसा माना जाता है कि माँ काली काल का संहार कर मोक्ष प्रदान करती है। माँ काली दस महाविद्याओं में से एक महाविद्या है, साथ ही शक्ति और काली कुल की अधिष्ठात्री है, इन्हें सृष्टि की मूल शक्ति कहा जाता है। माँ काली का यह यंत्र एक ज्योमितीय प्रतीक है, जो बाहरी दुनिया के साथ-साथ मनुष्य की आन्तरिक चेतना के साथ भी जुडा है। इस यंत्र में जो केंद्र बिंदु है, वह आत्मा को दर्शाता है और जिसका आंतरिक जुडाव ब्रह्मा जी से है। इस केंद्र बिंदु को माँ काली का स्वरूप माना जाता है।
लाभ (Benefits of Kaali Yantra in Hindi)
- इस यंत्र को स्थापित करने से माँ काली की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है।
- काली यंत्र की पूजा और स्थापना करने से आपके शत्रु पराजित हो जाते है।
- इस यंत्र से मांगलिक या परिवारिक कार्यों में आ रही रुकावटें भी दूर हो जाती है।
- इस यंत्र के माध्यम से आपसे नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- काली यंत्र को स्थापित करने से स्थान दोष, मकान दोष, पित्र दोष तथा वास्तु दोष का प्रभाव व्यक्ति पर से कम हो जाता है।
In which direction you should keep this Yantra?
- इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- इस यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा।
- हमारे द्वारा दी गई विधि में आपको बताया जाता है कि काली यंत्र किस दिशा मे स्थापित किया जाए जहा इसके प्रभाव में निरंतर वृद्धि हो।
- काली यंत्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।