बृहस्पति यंत्र (Siddh Brihaspati Yantra)
ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति को नवग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह माना गया है। ज्योतिषीय दृष्टि से भी गुरू एक ताकतवर या सबसे उदार ग्रह है। देवगुरू बृहस्पति को दार्शनिक और आध्यात्मिक ज्ञान को निर्देशित करने वाला उत्तम ग्रह माना गया है। गुरुवार का दिन देवगुरु बृहस्पति को समर्पित होता है और इनकी कृपा से धन-समृद्धि, पुत्र और शिक्षा की प्राप्ति होती है, साथ ही पीला रंग और पीली वस्तुएं इनको बहुत प्रिय हैं। देवगुरू बृहस्पति नवग्रहों के नायक और साथ ही ज्ञान और वाग्मिता के देवता भी माने जाते हैं। बृहस्पति यंत्र का प्रयोग करने से बृहस्पति ग्रह के अशुभ प्रभावों को कम किया जा सकता है ।
लाभ (Benefits of Brihaspati Yantra in Hindi)
- इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से बृहस्पति ग्रह के दुष्प्रभाव को कम करने में अत्यंत लाभकारी होता है।
- यह यंत्र आपको धन और सम्पत्ति में भी लाभ देता है।
- बृहस्पति यंत्र को अपने घर में स्थापित करने से ज्ञान में भी वृद्धि हेती है।
- यह यंत्र आपके जीवन में आ रही बाधाओं को भी दूर करता है।
- इस यंत्र की सहायता से आपको संतान, धन, सत्ता, पद और अधिकार की प्राप्ति होती है।
In which direction you should keep this Yantra?
ऐसा माना जाता है बृहस्पति यंत्र उस स्थान को पवित्र करता है, जहाँ इस यंत्र को स्थापित किया जाता है। इस यंत्र को पश्चिम की ओर पूर्व दिशा में लगाना सर्वोत्तम माना गया है। बृहस्पति यंत्र का प्रभाव सूर्य की बढ़ती किरणों के साथ ओर बढ़ता है। इस यंत्र को अपने घर या कारोबार में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस यंत्र का सर्वोत्तम लाभ प्राप्त करने के लिए उचित स्थान पर स्थापित करना आवश्यक है। गलत स्थान पर स्थापित करने से आपको इस यंत्र का लाभ प्राप्त नहीं होगा। बृहस्पति यंत्र को कैसे और कहाँ स्थापित करें ? इस यंत्र की अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है।