अंक ज्योतिष में मूलांक और भाग्यअंक 3 का स्वामी ग्रह बृहस्पति है | इस अंक के लोग अत्यधिक महत्वकांशी होते है और फर्श से अर्श तक पहुंचने की इच्छा इनमें बहुत प्रबल होती है | ये बहुत बुद्धिमान और ज्ञानी होते है जिसकी वजह से ये थोड़े घमंडी भी हो जाते है | हालांकि स्वभाव से शांतिप्रिय, कोमल हृदय एवं सत्य वक्ता होते है | ये बहुत अनुशासनप्रिय होते है और जो भी इनके साथ जुड़ता है उसे भी अनुशासित कर देते है |
इनमें किसी भी चीज़ को जल्दी समझने, सीखने और विश्वसनीय ढंग से निभाने की क्षमता होती है। ये अपने कार्यो को लेकर काफी फोकस रहते है और कोई भी स्थिति इन्हे भ्रमित नहीं कर सकती | ये काफी धार्मिक प्रवृति के होते है और धार्मिक कार्यो में इन्हे ख्याति भी प्राप्त होती है | ये स्वभाव से काफी स्वाभिमानी होते है और किसी से मदद लेना इन्हे पसंद नहीं होता है |