अंक ज्योतिष के अनुसार मूलांक और भाग्यांक 4 का अधिष्ठाता ग्रह राहु है | इस अंक वाले जातक सौम्य, गंभीर प्रवृति वाले और कठिन परिस्थिति में भी धीरज बनाये रखने वाले होते है | यह अपने सारे कार्य बड़े ही शांतिपूर्ण एवं धीरज के साथ पूरा करते है | इनके किसी भी कार्य में आप को जल्दबाज़ी नहीं दिखाई देगी इसलिए इनके कार्यो पर आसानी से ऊँगली नहीं उठायी जा सकती | ये अपने हर कार्य को पूर्ण योजना के साथ ही करते है जिस की वजह से इनके अधिकतर कार्यो में इन्हे सफलता प्राप्त होती है | ये परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में सक्षम होते है |
ये आसानी से किसी के साथ घुलते मिलते नहीं है जिसकी वजह से आसानी से इनके मित्र नहीं बन पाते| इस अंक वाले जातक को घमंडी, अहंकारी और हठी के रूप में भी देखा गया है। लेकिन ये साहसी व्यवहार कुशल और चकित कर देने वाले कामों को करने में भी निपुण भी होते हैं। ये कूटनीति में निपुण होते है इसलिए ये बहुत अच्छे राजनीतिज्ञ भी होते है | इस अंक के जातक ईमानदार और विश्वसनीय होते हैं| ये अपने किये हुए वादों को पूरी तरह निभाते है । ये कठोर परिस्थितियों का भी धैर्य से मुकाबला करते हैं।