शनि जयंती पूजा विधि
शनि जयंती के मौके पर शनिदेव का पूरे विधि-विधान से पूजा पाठ और व्रत किया जाता है.. शनि जयंती के दिन किया गया दान पुण्य एवं पूजा पाठ बहुत फलदायक होता है. ऐसा करने से शनि सम्बंधित सभी समस्याओं दूर होती है.
शनिदेव की निमित्त पूजा करने के लिए भक्त को शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर नवग्रहों को प्रणाम करते हुए शनिदेव की लोहे की मूर्ति स्थापित करें. इसके बाद मूर्ति को सरसों या तिल के तेल से स्नान कराएं तथा षोड्शोपचार पूजन करें, साथ ही शनि मंत्र का उच्चारण करें :-ॐ शनिश्चराय नम:।।
इसके बाद पूजा सामग्री सहित शनिदेव से संबंधित वस्तुओं का दान करें. पूजा करने के बाद पूरे दिन निराहार रहें व मंत्र का जाप करें. शनि की कृपा और शांति प्राप्ति के लिए तिल , उड़द, कालीमिर्च, मूंगफली का तेल, आचार, लौंग, तेजपत्ता तथा काले नमक का उपयोग करना चाहिए. शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए । शनि के लिए दान में दी जाने वाली वस्तुओं में काले कपडे, जामुन, काली उडद, काले जूते, तिल, लोहा, तेल आदि वस्तुओं को शनि के निमित्त दान में दे सकते हैं ।
शनि जयंती पर शनि देव की सच्चे दिल से पूजा कर आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते है. ।