हिंदू धर्म में कुबेर देव को सुख-समृद्धि और धन प्रदान करने वाले देवता माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार कुबेर देव को देवताओं का कोषाध्यक्ष माना गया है।
धनतेरस के दिनदेवी महालक्ष्मी की पूजा करने के साथ धन के देवता कुबेर की भी पूजा अवश्य करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि कुबेर देव धरती पर छुपे हुए खजाने की रक्षा करते है।
भगवान कुबेर, जो शिवजी के परम मित्र हैं। यदिधनतेरस के दिनशिवजी को सर्वाधिक प्रिय बेल पत्रों से कुबेर जी की पूजा की जाती है, तो वह जल्दी प्रसन्न होते हैं। लेकिन इस दिन किसी को भी उधार नहीं देना चाहिए।
कुबेर पूजा कैसे करें?
- धनतेरस पर धन प्राप्ति के लिए पूरे विधि विधान से भगवान कुबेर की पूजा करनी चाहिए।
- यह पूजा धनतेरस और दीपावली पर किसी पंडित द्वारा सम्पन्न करवानी चाहिए।
- पूजा द्वाराभगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है।
- इस दिन प्रातःकाल उठकर घर के सभी कामों को पूरा करने के बाद पूजा स्थल पर कुबेर देव की प्रतिमा या मूर्तिको स्थापित करें।
- यदि घर में कुबेर देव की प्रतिमा नहींहै, तो घर की तिजोरी या धन रखने केबॉक्सको भी प्रयोग में ले सकते है।
- अगर आपकुबेर पूजा में तिजोरी या बॉक्स का प्रयोग कर रहें हैं, तो उस पर रोली से स्वस्तिक बनाना चाहिए।परंतु मूर्ति का प्रयोग कर रहे हैं तो मूर्ति के सामने स्वस्तिक का चिह्न बनाना चाहिए।
- इसके बाद पूरी श्रद्धाभाव से मंत्रों का जाप करते हुए भगवान कुबेर का ध्यान करना चाहिए।
- “ऊँ कुबेराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
- भगवान कुबेर से धन प्राप्ति की प्रार्थना करते हुए पूजा में प्रयोग की गई हल्दी,धनिया,कमलगट्टा,दूर्वा आदि को एक कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना चाहिए।
- अंत में तिजोरी या कुबेर देव की धूप,दीप तथा फूल से पूजा करनी चाहिए और साथ ही मिठाईका भोग लगाना चाहिए।