धनतेरस पर धन के देवता कुबेर और सेहत तथा आरोग्य की रक्षा के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है,साथ ही इस दिन भगवान यमकी भी पूजा की जाती है।
पूरे साल में यह अकेला ऐसा दिन है, जिस दिन यमराज की पूजा की जाती है और अकाल मृत्यु से रक्षा की कामना की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि इस दिन विशेष रूप से धनतेरस की पूजा करने वाले लोगों के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
दिवाली त्यौहार की शुरूआत धनतेरस के त्यौहार से होती है। धनतेरस की पूजा करने से पहले पूजा सामग्री एकत्र करनी होती है। आज हम आपको बताएंगे किधनतेरस की पूजा के लिए किन सामग्री की आवश्यकता होती हैं।
पूजा सामग्री
- 21 पूरे कमल बीज
- मणि पत्थर के 5 प्रकार
- 5 सुपारी
- लक्ष्मी-गणेश के सिक्के
- अगरबत्ती
- चूड़ी
- तुलसी पत्र
- पान
- चंदन
- लौंग
- नारियल
- सिक्के
- काजल
- दही
- शरीफा
- धूप
- फूल
- चावल
- रोली
- गंगा जल
- माला
- हल्दी
- शहद
- कपूर
- केसर
- आटे का बना हुआ एक दीपक
- कलम
- बहीखाता
- फोटो या माँ लक्ष्मी की प्रतिमा
- लाल सूती कपड़ा
- मिठाई
- बाती, तेल, घी और माचिस।