धनतेरस पर कुबेर देवता और दिवाली पर माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है।ऐसा माना जाता है माँ लक्ष्मी और देव कुबेर के प्रसन्न होने पर व्यक्ति को कभी भी धन कीसमस्या नहीं होतीहै।
दिवाली की शुरूआत धनतेरस के त्यौहार से होती है। धनतेरस के दिन को धन तथा आरोग्य से जोड़कर देखा जाता है।
यही कारण है कि इस दिन लोग भगवान धन्वंतरि और देव कुबेर की पूजा-अर्चन करते है, ताकि हर घर में सुख-समृद्धिबनी रहे।
आज हम आपको बताएगें की धनतेरस पर क्या करना चाहिए?
- धनतेरस कीशाम को माँ लक्ष्मी की पूजा पूरे विधि विधान से करनी चाहिए और पूजा संपन्न होने के बाद माँ के चरणों में सात लक्ष्मीकारक कौडियां रखे।
- धनतेरस पर आरोग्य के देवता धन्वंतरि, मृत्यु के अधिपति यमराज, धन-संपदा की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी और वैभव के स्वामी कुबेर की पूजा करनी चोहिए।
- धनतेरस पर महालक्ष्मी यंत्र की पूजा पूरी विधि पूर्वक करके उसकी स्थापना करें। ऐसा करने से धन में वृद्धि होती है और दरिद्रता का नाश होता है।
- धनतेरस के दिन नई झाडू खरीदकर उसकी पूजा करें।
- इस दिन संध्याकाल के पश्चात दीपक जलाकर तिजोरी में भगवान कुबेर की पूजा करनी चाहिए।
- संध्याकाल में दीपक जलाकर घर, दुकान, ऑफिस आदि को सजाना चाहिए।
- इस दिन मंदिर,गौशाला,नदी के घाट,कुओं,तालाब,बगीचों में भी दीपक जलाने चाहिए।
- इस दिन पूजा करने के बाद यमराज के नाम का दीपदान करना चाहिए।
- धनतेरस पर शाम के वक्त घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाकर रखें।ऐसा करने से धन का आगमन होता है।