हिंदू कैलेंडर के अनुसार संक्रांति वह दिन है जब सूर्य एक राशि का चक्र पूरा करके दूसरी राशि में प्रवेश करता है।
जब सूर्य, सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश करता है, तो वह दिन कन्या संक्रांति कहलाती है। कन्या संक्रांति के दिन पूर्वजों के लिए कई प्रकार के दान, श्राद्ध पूजा और अनुष्ठान किए जाते है।
इस दिन यह सब करना बहुत फलदायी होता है। कन्या संक्रांति को विश्वकर्मा पूजा के रूप में भी मनाया जाता है।
इस दिन बंगाल और उडीसा में विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। भगवान विश्वकर्मा अपने भक्तों को उत्कृष्टता और उच्च गुणवत्ता के साथ काम करने की क्षमता प्रदान करते है।
कन्या संक्रांति पर बहुत से लोग दान, स्नान और अपने पितरो की आत्मा की शांति के लिए पूजन आदि भी करते है।
संक्रांति के दिन पवित्र जलाशयों में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।
कन्या संक्रांति कब है और इसका शुभ मुहूर्त क्या है ?
इस साल कन्या संक्रांति 17 सितंबर 2018 को मनाई जाएगी।
पुण्य काल शुभ मुहूर्त प्रात: 07:01 से लेकर दोपहर 01:25 तक होगा ।
महापुण्य काल शुभ मुहूर्त 07:01 से लेकर 07:25 तक रहेगा।