हिंदू धर्म के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन के देवता कहा गयाहै। ऐसा माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा ने हीइन्द्रपुरी, द्वारिका, हस्तिनापुर, स्वर्गलोक, लंका आदि का निर्माण किया था।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को देव शिल्पी के नाम से भी जाना जाता है। विश्वकर्मा पूजा किस दिन करनी चाहिए, इसे लेकर लोगों में अलग-अलग राय है।
कुछ तो इस पूजा को दिवाली के दूसरे दिन करते है, तो कुछ लोग इस पूजा को भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को करते है।
भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से व्यक्ति को व्यापार में सफलता मिलती है, साथ ही मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है। इस दिन औजारों की विशेष रूप से पूजा करते है, क्योंकि बिना औजारों के हम कोई चीज नहीं बना सकते है।
ऐसा माना जाता है कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा करने से शिल्प कला का विकास होता हैऔर ज्ञान की प्राप्ति होती है। जिससे इंजीनियर,मिस्त्री,मकेनिक आदि पेशेवर लोग और अधिक कुशलता से काम कर पाते है।
2018 में कब है विश्वकर्मा पूजा ?
इस साल भाद्रपद में आने वाली विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर 2018 को है।