आषाढ़गुप्त नवरात्रि
हिंदू धर्म में नवरात्रि मां दुर्गा की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। नवरात्रि के दौरान लोग विभिन्न तंत्र विद्याएं सीखने के लिए मां भगवती की विशेष पूजा करते है। तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि को बहुत विशेष माना गया है। आषाढ़गुप्त नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि भी कहते है। यह नवरात्रि आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष में आते है। इस नवरात्रि के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता होता है। गुप्त नवरात्रि को विशेष रूप से गुप्त सिद्धियां प्राप्त करने के लिए जाना जाता है। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा गुप्त रूप से की जाती है और इसे करना भी कठिन होता है।
गुप्त नवरात्रि की विशेषता
गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की गुप्त रूप से पूजा की जाती है।
इस नवरात्रि में विशेष रूप से तांत्रिक क्रियाएं और शक्ति साधना का महत्व होता है है।
तांत्रिक पूजा के लिए गुप्त नवरात्रि देश के कई हिस्सों में प्रसिद्ध है। यह नवरात्रि शक्ति, धन-समृधि और ज्ञान प्राप्त करने के लिए मनाए जाते है।
अगर कोई तांत्रिक किसी मंत्र की सिद्धि प्राप्त करना चाहता है, तो वह गुप्त नवरात्रि में प्राप्त कर सकता है। मंत्र की सिद्धि प्राप्त करने के लिए नवरात्रों के दिन बहुत शुभ होते है।
नवरात्रि के दिनों में जो देवी भगवती की पूजा करता है। उसे बेहद कड़े नियमों का पालन करते हुए व्रत करना होता है, जिसके द्वारा माँ भगवती की कृपा प्राप्र्त की जा सकती है।
गुप्त नवरात्रि कब से शुरू हो रही है ?
इस साल गुप्त नवरात्रि 13 जुलाई 2018 से शुरू होकर 21 जुलाई 2018 को समाप्त होंगे।
गुप्त नवरात्रि की कथा
गुप्त नवरात्रि का महत्व बताने के लिए पौराणिक ग्रंथों में एक कथा है। जिसके अनुसार ऋषि श्रंगी एक बार अपने भक्तों को प्रवचन दे रहे थे। तभी भीड़ में से एक स्त्री हाथ जोडकर बोली, 'मेरे पति बुरी आदतों से घिरे हुए हैं। इस वजह से मैं धार्मिक कार्य, व्रत-उपवास और अनुष्ठान नहीं कर पाती हूं। मैं मां दुर्गा की शरण में जाना चाहती हूं। लेकिन मेरे पति के पापों की वजह से मां की कृपा मुझे प्राप्त नहीं हो रही है। कृप्या करके, मेरा मार्गदर्शन करें'।
इस तरह का वृतांत सुनकर ऋषि श्रंगी बोले, 'चैत्र और शारदीय नवरात्रि में तो हर कोई मां दुर्गा की पूजा करता है। लेकिन इसके अलावा साल में दो बार गुप्त नवरात्रि भी आती हैं। इनमें नौ देवियों की बजाय दस महाविद्याओं की उपासना की जाती है। अगर आप विधि-विधान से इनकी पूजा कर सकती हैं, तो मां दुर्गा की कृपा से तुम्हारा जीवन खुशियों से भर जाएगा'। यह सुनकर स्त्री ने गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की कठोर पूजा की और इस साधना से मां दुर्गा उस स्त्री से प्रसन्न हुईं। जिसके बाद उसके पति को सद्बुद्धि आ गई जिससे उस स्त्री का जीवन खुशहाल हो गया ।