नवग्रहों में मंगल को उच्च स्थान प्राप्त है साथ ही ज्योतिष शास्त्र में भी मंगल को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। मंगल को लाल ग्रह के रूप में भी कहा जाता हैं। वैदिक ज्योतिष में मंगल को क्रूर और ऊर्जा प्रदान करने वाले ग्रह के रूप में जाना जाता है। यह जातक के मन और बुद्धि को तेज़ करने वाला ग्रह है। इसके प्रभाव से मनुष्य अपने जीवन यात्रा में साहसी कार्य को अंजाम देता है, क्योंकि मंगल ग्रह साहस का कारक है। पौराणिक ग्रंथों में मंगल को भूमि पुत्र कहा गया है, इसलिए मंगल को भौम के नाम से भी जाना जाता है।
ज्योतिष में मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी है। मंगल सूर्य, चंद्रमा तथा बृहस्पति के मित्र हैं तो बुध और केतु के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। शुक्र और शनि के साथ इनका संबंध तटस्थ है। मंगल मकर राशि में उच्च के होते हैं तो कर्क राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। मंगल दोष से पीड़ित जातक को अपने वैवाहिक जीवन में कष्टों से लेकर दरिद्रता जैसे दु:ख उठाने पड़ते हैं।
मंगल गोचर 2018
मंगल गोचर तुला से वृश्चिक |
17 जनवरी 2018 (बुध) 05:34 |
मंगल गोचर वृश्चिक से धनु |
07 मार्च 2018 (बुध) 18:53 |
मंगल गोचर धनु से मकर |
02 मई 2018 (बुध) 16:49 |
मंगल गोचर मकर से कुंभ |
06 नवंबर 2018 (मंगल) 08:49 |
मंगल गोचर कुंभ से मीन |
23 दिसंबर 2018 (रवि) 13:20 |
मंगल गोचर 2019
मंगल गोचर मीन से मेष |
06 फरवरी 2019 (बुध) 00:10 |
मंगल गोचर मेष से वृषभ |
22 मार्च 2019 (शुक्र) 15:29 |
मंगल गोचर वृषभ से मिथुन |
07 मई 2019 (मंगल) 07:19 |
मंगल गोचर मिथुन से कर्क |
22 जून 2019 (शनि) 23:48 |
मंगल गोचर कर्क से सिंह |
09 अगस्त 2019 (शुक्र) 05:12 |
मंगल गोचर सिंह से कन्या |
25 सितम्बर 2019 (बुध) 06:58 |
मंगल गोचर कन्या से तुला |
10 नवंबर 2019 (रवि) 14:49 |
मंगल गोचर तुला से वृश्चिक |
25 दिसंबर 2019 (बुध) 21:53 |
मंगल गोचर 2020
मंगल गोचर वृश्चिक से धनु |
08 फरवरी 2020 (शनि) 04:14 |
मंगल गोचर धनु से मकर |
22 मार्च 2020 (रवि) 15:03 |
मंगल गोचर मकर से कुंभ |
04 मई 2020 (सोम) 21:04 |
मंगल गोचर कुंभ से मीन |
18 जून 2020 (गुरु) 20:40 |
मंगल गोचर मीन से मेष |
16 अगस्त 2020 (रवि) 19:21 |
मंगल गोचर मेष से मीन |
04 अक्टूबर 2020 (रवि) 09:10 |
मंगल गोचर मीन से मेष |
24 दिसंबर 2020 (गुरु) 11:00 |
मंगल गोचर 2021
मंगल गोचर मेष से वृषभ |
22 फरवरी 2021 (सोम) 05:04 |
मंगल गोचर वृषभ से मिथुन |
14 अप्रैल 2021 (बुध) 01:41 |
मंगल गोचर मिथुन से कर्क |
02 जून 2021 (बुध) 07:18 |
मंगल गोचर कर्क से सिंह |
20 जुलाई 2021 (मंगल) 18:19 |
मंगल गोचर सिंह से कन्या |
06 सितम्बर 2021 (सोम) 04:22 |
मंगल गोचर कन्या से तुला |
22 अक्टूबर 2021 (शुक्र) 02:26 |
मंगल गोचर तुला से वृश्चिक |
05 दिसंबर 2021 (रवि) 06:21 |
मंगल गोचर 2022
मंगल गोचर वृश्चिक से धनु |
16 जनवरी 2022 (रवि) 16:51 |
मंगल गोचर धनु से मकर |
26 फरवरी 2022 (शनि) 16:09 |
मंगल गोचर मकर से कुंभ |
07 अप्रैल 2022 (गुरु) 15:36 |
मंगल गोचर कुंभ से मीन |
17 मई 2022 (मंगल) 09:52 |
मंगल गोचर मीन से मेष |
27 जून 2022 (सोम) 06:00 |
मंगल गोचर मेष से वृषभ |
10 अगस्त 2022 (बुध) 21:33 |
मंगल गोचर वृषभ से मिथुन |
16 अक्टूबर 2022 (रवि) 07:50 |
मंगल गोचर मिथुन से वृषभ |
13 नवंबर 2022 (रवि) 19:40 |
मंगल गोचर 2023
मंगल गोचर वृषभ से मिथुन |
13 मार्च 2023 (सोम) 05:33 |
मंगल गोचर मिथुन से कर्क |
10 मई 2023 (बुध) 14:13 |
मंगल गोचर कर्क से सिंह |
01 जुलाई 2023 (शनि) 02:38 |
मंगल गोचर सिंह से कन्या |
18 अगस्त 2023 (शुक्र) 16:13 |
मंगल गोचर कन्या से तुला |
03 अक्टूबर 2023 (मंगल) 18:17 |
मंगल गोचर तुला से वृश्चिक |
16 नवंबर 2023 (गुरु) 11:04 |
मंगल गोचर वृश्चिक से धनु |
28 दिसंबर 2023 (गुरु) 00:37 |
मंगल गोचर 2024
मंगल गोचर धनु से मकर |
05 फरवरी 2024 (सोम) 21:57 |
मंगल गोचर मकर से कुंभ |
15 मार्च 2024 (शुक्र) 18:22 |
मंगल गोचर कुंभ से मीन |
23 अप्रैल 2024 (मंगल) 08:53 |
मंगल गोचर मीन से मेष |
01 जून 2024 (शनि) 15:52 |
मंगल गोचर मेष से वृषभ |
12 जुलाई 2024 (शुक्र) 19:13 |
मंगल गोचर वृषभ से मिथुन |
26 अगस्त 2024 (सोम) 15:41 |
मंगल गोचर मिथुन से कर्क |
20 अक्टूबर 2024 (रवि) 14:47 |
मंगल गोचर 2025
मंगल गोचर कर्क से मिथुन |
21 जनवरी 2025 (मंगल) 09:38 |
मंगल गोचर मिथुन से कर्क |
03 अप्रैल 2025 (गुरु) 01:56 |
मंगल गोचर कर्क से सिंह |
07 जून 2025 (शनि) 02:28 |
मंगल गोचर सिंह से कन्या |
28 जुलाई 2025 (सोम) 20:12 |
मंगल गोचर कन्या से तुला |
13 सितम्बर 2025 (शनि) 21:34 |
मंगल गोचर तुला से वृश्चिक |
27 अक्टूबर 2025 (सोम) 15:54 |
मंगल गोचर वृश्चिक से धनु |
07 दिसंबर 2025 (रवि) 20:27 |