वैदिक ज्योतिष में राहु को क्रूर ग्रह माना गया है। राहु खगोलीय दृष्टि से कोई ग्रह भले ना हो, लेकिन ज्योतिष में राहू का बहुत अधिक महत्व है। राहु के साथ केतु का नाम भी लिया जाता है, क्योंकि दोनों एक दूसरे के विपरीत बिंदुओं पर समान गति से गोचर करते हैं।
राहु एक छाया ग्रह है इसे किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। वही मिथुन राशि में यह उच्च भाव में होता है। राहु व्यक्ति के स्वाभाविक सोच में परिवर्तन कर देता है। यह व्यक्ति के मन तथा बुद्धि को भ्रमित करने वाला ग्रह है। शनि के बाद राहु-केतु ऐसे ग्रह हैं, जो एक राशि में लंबे समय लगभग 18 महीने तक रहते हैं। ऐसे में राहु का राशि परिवर्तन करना एक बड़ी ज्योतिषीय घटना मानी जाती है।
यदि कुंडली में राहु मजबूत स्थिति में है तो व्यक्ति को जीवन में मान-सम्मान और राजनीतिक सफलताएं प्रदान करता है। इसके विपरीत यदि कुंडली में राहु की स्थिति प्रतिकूल है तो यह अनेक प्रकार की शारीरिक परेशानियाँ पैदा करता है। राहु को कार्य सिद्धि में बाधाएं उत्पन्न करने वाला तथा दुर्घटनाओं का जनक माना जाता है। राहु को धन हानि, मानसिक तनाव और झूठ बोलने आदि का प्रमुख कारक होता है।
साल 2018 में राहु ग्रह कर्क राशि में ही स्थित रहेगा।
राहु गोचर 2019
राहु गोचर कर्क से मिथुन |
07 मार्च 2019 (गुरु) 02:48 |
ट्रू राहु गोचर कर्क से मिथुन |
23 मार्च 2019 (शनि) 10:01 |
राहु गोचर 2020
राहु गोचर मिथुन से वृषभ |
23 सितम्बर 2020 (बुध) 05:28 |
ट्रू राहु गोचर मिथुन से वृषभ |
19 सितम्बर 2020 (शनि) 19:17 |
राहु गोचर 2021
राहु गोचर नहीं है
राहु गोचर 2022
राहु गोचर वृषभ से मेष |
12 अप्रैल 2022 (मंगल) 08:44 |
ट्रू राहु गोचर वृषभ से मेष |
17 मार्च 2022 (गुरु) 04:35 |
राहु गोचर 2023
राहु गोचर मेष से मीन |
30 अक्टूबर 2023 (सोम) 12:30 |
ट्रू राहु गोचर मेष से मीन |
29 नवंबर 2023 (बुध) 00:23 |
राहु गोचर 2024
राहु गोचर नहीं है
राहु गोचर 2025
राहु गोचर मीन से कुंभ |
18 मई 2025 (रवि) 16:35 |
ट्रू राहु गोचर मीन से कुंभ |
29 मई 2025 (गुरु) 23:06 |