वैदिक ज्योतिष में गुरु गोचर को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि गुरु जीवन में उन्नति का कारक होता है। इन्हें समस्त देवताओं का गुरु माना जाता है और गुरु ज्ञान के दाता हैं। वैदिक ज्योतिष में गुरु को अत्यंत शुभ ग्रह माना जाता है, साथ ही बृहस्पति को देव गुरु भी कहा जाता है और यह ज्ञान, कर्म, धन, पुत्र और विवाह के कारक होते है। बृहस्पति के प्रभाव से जातक का मन धर्म एवं आध्यात्मिक कार्यों में अधिक लगता है।
गुरू आपकी कुंडली में शुभ हैं, तो आपको कठिन परिस्थितियों में भी सहयोग मिलता है। कर्क राशि में बृहस्पति उच्च के होते हैं तो मकर राशि में नीच के होते है। ये धनु व मीन राशि के स्वामी हैं। सूर्य, चंद्रमा और मंगल के साथ इनकी मित्रता है। तो शुक्र और बुध के साथ ये शत्रुवत संबंध रखते हैं। राहु-केतु और शनि के साथ इनका तटस्थ संबंध है। गुरू में एक खास बात यह भी है कि इनकी भले ही किसी ग्रह से शत्रुता ना हो लेकिन जो ग्रह इनके साथ मित्रता नहीं रखते वे इनके शत्रु भी नहीं है यानि अधिकतर ग्रहों का गुरू से तटस्थ रिश्ता है।
बृहस्पति ने 12 सितंबर 2017 को तुला राशि में प्रवेश किया और इसी राशि में ये 11 अक्टूबर 2018 तक भ्रमण करेंगे। इस बीच में 12 अक्टूबर से 9 नवम्बर 2017 तक अस्त रहेंगे और 9 मार्च से 11 जुलाई 2018 तक वक्री रहेंगे।
बृहस्पति एक राशि में 13 महीने तक रहते है। जब वह एक राशि में वक्री होकर पिछली राशि में चले जाये तो ऐसी स्थिति में वह औसत समय से अधिक अवधि तक रह सकते है।
बृहस्पति ग्रह 11 अक्टूबर 2018 को तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे। यह गुरूवार के दिन 11 अक्टूबर 2018 को 08 बजकर 39 मिनट पर प्रवेश करेंगे।
बृहस्पति ग्रह 29 मार्च 2019 को दोपहर के 3 बजकर 11 मिनट पर वृश्चिक से धनुष राशि में प्रवेश करेंगे और गुरु 22 अप्रैल को वक्री हो जाएंगे तथा 23 अप्रैल को वक्री होकर गुरु वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। इसी राशि में वो 4 नवम्बर 2019 तक भ्रमण करते रहेंगे।
बृहस्पति ग्रह 29 मार्च 2020 को 08 बजकर 29 मिनट पर धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
साल 2021 में बृहस्पति ग्रह 05 अप्रैल 2021 को दोपहर 04 बजकर 21 मिनट पर मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
बृहस्पति ग्रह 13 अप्रैल 2022 को सुबह के 07 बजकर 28 मिनट पर कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
बृहस्पति ग्रह 21 अप्रैल 2023 को रात के 08 बजकर 43 मिनट पर मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे।
बृहस्पति ग्रह 01 मई 2024 को सुबह के 04 बजकर 21 मिनट पर मेष से वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे।
बृहस्पति ग्रह 14 मई 2025 को दोपहर के 01 बजकर 51 मिनट पर वृषभ से मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे।