छठ पूजा
भगवान सूर्यदेव के प्रति भक्तों की दृढ़ आस्था का अनूठा पर्व है छठ। हिंदू शास्त्र के अनुसार ये पर्व कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तक मनाया जाता है। छठ पूजा में माता छठी और भगवान सूर्य की पूजा की जाती है और इस पूजा का अपना ही महत्व होता है। भारत वर्ष में छठ पूजा को बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
इस त्यौहार को बिहार, झारखण्ड, उत्तर प्रदेश और नेपाल में बहुत ही हर्षोल्लास और निष्ठा के साथ मनाया जाता है। इस व्रत को पूरी श्रद्धाभाव के साथ किया जाता है। शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि भगवान सूर्य की पूजा करने से आयु, बल, बुद्धि और तेज की प्राप्ति होती है। यह महापर्व पूरे चार दिनों तक चलता है।
दिंनाक/मुहूर्त
इस साल छठ पूजा का त्यौहार 13 नवंबर 2018 को मनाया जाएगा। प्रात:काल छठ पूजा करने का शुभ मुहुर्त 06:55 से लेकर सूर्यास्त का समय 05:27 तक है।
पूजा विधि
- इस दिन जल्दी उठकर अपने घर के पास स्थित नदी, तालाब या झील में स्नान करना चाहिए।
- स्नान करने के बाद नदी के किनारे खडे होकर सूर्योदय के समय भगवान सूर्य की पूजा करनी चाहिए।
- शुद्ध घी का दीपक जलाकर सूर्य देव को फूल और धूप अर्पण करें।
- सूर्य देव को सात प्रकार के फल, फूल, चावल, चंदन, तिल आदि से युक्त जल अर्पित करना चाहिए ।
- इसके बाद हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए "ओम गृहिणी सूर्यया नमः" या "ओम सूर्यया नमः" इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
- इसके बाद अपने सामर्थ्य के अनुसार ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराएं।
- सूर्य देव को अर्घ देने और पूजा सम्पन्न होने के बाद आप अपना व्रत खोल सकते है।
- इसके बाद आप पुजारी या गरीब लोगों को कपड़े, भोजन, अनाज आदि का दान भी दे सकते हैं।