क्या है संक्रांति ?
हिन्दू पंचाग में प्रत्येक संक्रांति के महत्व के बारे में बताया गया है। शास्त्रों में संक्रांति का अपना ही महत्व होता है। संक्रांति को शंकरमनम भी कहा जाता है और साथ ही यह भारत में सबसे ज्यादा मनाये जाने वाला त्यौहार है। संक्रांति बहुत ही उत्साह और प्यार के साथ मनाई जाती है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार संक्रांति की तिथि तथा समय बहुत महत्व रखता है। सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, उसी को संक्रांति कहते है।
क्यों मनाई जाती है संक्रांति ?
सूर्य हर महीने अपना स्थान बदल कर एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के हर महीने राशि परिवर्तन करने की प्रक्रिया को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। हिन्दू धर्म में संक्रांति का समय बहुत ही शुभ माना गया है। संक्रांति के दिन पितृ तर्पण, दान, धर्म तथा स्नान आदि का काफ़ी महत्व होता है। इस वैदिक उत्सव को भारत के कई इलाकों में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
2018 में कब है संक्रांति
17 अगस्त (शुक्रवार) सिंह संक्रांति
17 सितम्बर (सोमवार) कन्या संक्रांति
17 अक्टूबर (बुधवार) तुला संक्रांति
16 नवम्बर (शुक्रवार) वृश्चिक संक्रांति
16 दिसम्बर (रविवार) धनु संक्रांति