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Mangal Shanti ke Upay
मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी माना गया है। ग्रहों में इन्हें सेनापति का दर्जा प्राप्त है। मंगल ग्रह से प्रभावित व्यक्ति का स्वभाव तीक्ष्ण, क्रोधी और साहसिक होता है। मंगल का वर्ण रक्त होता है और यह पित्त का कारक ग्रह है। ज्योतिष में मंगल ग्रह तमोगुणी तथा पुरुष जाति का होता है। मकर राशि में मंगल उच्च का तथा कर्क राशि में नीच का होता है और यह ग्रह दशम स्थान का कारक होता है। मंगल ग्रह के अशुभ फल में सुधार के लिए उपाय करने हेतु मंगलवार का दिन और दोपहर का समय सबसे उपयुक्त होता है। जिनका मंगल कुंडली मैं शुभ स्थिति मैं नहीं है, उन्हें मंगलवार के दिन व्रत करना चाहिए और साथ ही गरीब व्यक्ति को पेट भर के भोजन करवाना चाहिए।
मंगल शांति के लिए हम आपको कुछ सरल उपाय बता रहे है :-
- मंगल शांति के लिए मंगलवार को “सुन्दरकाण्ड” तथा “बालकाण्ड” का पाठ करना लाभकारी होता है।
- अधिक क़र्ज़ की स्थिति में “ऋण मोचक मंगल अनुष्ठान” करना ही अचूक उपाय है।
- मंगलवार के दिन मंगल शांति के लिए हनुमान जी की पूजा और सेवा करनी चाहिए।
- मंगलवार के दिन शाम को हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करना चाहिए, साथ ही हनुमान जी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
- मंगल शांति के लिए लाल रंग का वस्त्र, सोना, तांबा, मसूर दाल, बताशा, मीठी रोटी का दान करना चाहिए।
- मंगल शांति के लिए बंदरों को चने और गुड खिलाना चाहिए।
- कठिन परिस्थितियों में “वैदिक मंगल शांति अनुष्ठान” का पाठ करना अति लाभदायक होता है।
- मंगलवार के दिन हनुमानजी के चरणों से सिन्दूर लेकर उसका टीका माथे पर लगाना चाहिए।
- लाल कपड़े में सौंफ बांधकर अपने शयनकक्ष में रखें।
- प्रियजनों को मिष्ठान का सेवन कराने से भी मंगल शुभ होता है।