केदारनाथ मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी, रहस्य, विशेषता और कैसे पहुंचे? | शिवॉलजी


What is the Importance of Kedarnath Temple

केदारनाथ मंदिर क्यों महत्वपूर्ण है

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केदारनाथ मंदिर

केदारनाथ मंदिर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है। हिमालय पर्वत की गोद में स्थित केदारनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग, चार धाम और पंचकेदार में से एक है। केदारनाथ मंदिर का हिन्दू धर्म में बहुत महत्व है, यहाँ हर साल लाखो की तादाद में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शन करने आते है।

 

केदारनाथ मंदिर के बारे में

केदारनाथ मंदिर उत्तराखण्ड का सबसे विशाल शिव मंदिर है। इस मंदिर को कटवां पत्थरों के विशाल शिलाखण्डों को जोडकर बनाया गया है और यह शिलाखण्ड भूरे रंग की है। केदारनाथ का मंदिर 3,413 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ एक भव्य मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण पांडव वंश के जनमेजय ने करवाया था। केदारनाथ मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से मनुष्य को समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है। यह मन्दिर अप्रैल से नवंबर महीने के मध्‍य में ही दर्शन के लिए खुलता है।

 

केदारनाथ मंदिर की विशेषता

केदारनाथ मंदिर 85 फुट ऊंचा, 187 फुट लंबा और 80 फुट चौडा है। मंदिर को 6 फुट ऊंचे चबूतरे पर बनाया गया है और आश्चर्य की बात यह है कि इतने भारी पत्थरों को इतनी ऊंचाई पर लाकर कैसे मंदिर की शक्ल दी गई होगी।

पत्थरों को एक-दूसरे से जोड़ने के लिए इंटरलॉकिंग तरीके का इस्तेमाल किया गया है। इस मज़बूती के कारण ही मंदिर आज भी अपने उसी स्वरूप में खड़ा है।

यह मंदिर तीनों तरफ से पहाडों से घिरा हुआ है और यहाँ पाँच नदियों का संगम भी होता है। उनके नाम मंदाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगौरी आदि है।

इन नदियों में से कुछ का अस्तित्व अब नहीं रहा, लेकिन अलकनंदा और मंदाकिनी आज भी मौजूद है।

 

केदारनाथ मंदिर कैसे पहुँचे ?

केदारनाथ उत्तराखण्ड राज्य में स्थित है। आप गौरीकुंड से सडक द्वारा केदारनाथ पहुँच सकते है। आज हम आपको बताएंगे कि आप केदारनाथ कैसे पहुँच सकते है।

हवाई जहाज

केदारनाथ से निकटतम हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है जो कि 238 किमी की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे से गौरीकुंड के लिए बसें और टैक्सी आसानी से उपलब्ध होती है। गौरीकुंड से  केदारनाथ सिर्फ 14 किलोमीटर दूर है।

रेलवे द्वारा

अगर आप रेल द्वारा केदारनाथ जा रहे है तो आप ऋषिकेश रेलवे स्टेशन तक ही जा सकते है। इसके आगे आपको टैक्सी लेकर गौरीकुंड तक पहुँच सकते है। ऋषिकेश से केदारनाथ 216 किमी दूर है।

सडक द्वारा

गौरीकुंड केदारनाथ के सबसे निकट स्थित क्षेत्र है। यहाँ से इंटर और इंट्रा स्टेट बस सेवाएं उपलब्ध हैं। यह बसें चमोली, श्रीनगर, तेहरी, पौरी, ऋषिकेश, देहरादून, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हरिद्वार और कई अन्य स्थानों के साथ जोड़ती हैं।

 

केदारनाथ मंदिर की पूजा-अर्चना

केदारनाथ मंदिर में प्रात:काल में महाभिषेक, रुद्राभिषेक, लघुरुद्रभिषेक, षोडसोपचार पूजा की जाती है।

शाम के वक्त सहस्रनामम पथ, महिमस्तोत्र पथ, ताण्डवस्तोत्र पथ पूजा की जाती है।



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