Ketu Shanti ke Upay
हिंदू धर्म में केतु ग्रह को छाया ग्रह के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में केतु ग्रह को पापी ग्रह भी बोला जाता है। इस ग्रह का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता, इसीलिए ये जिस ग्रह के साथ बैठ जाता हैं उसी के अनुसार अपना प्रभाव देने लगता हैं। जन्म कुंडली में बैठा केतु ग्रह व्यक्ति के जीवन में शुभ व अशुभ फल देता है। समय के साथ विभिन्न ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में कई संकट आते हैं।
इन सभी मुश्किलों से निजात पाने के लिए आज हम आपको कुछ सरल उपाय बता रहे है :-
- केतु शांति के लिए भैरवजी की उपासना करें और साथ ही केले के पत्ते पर चावल का भोग लगाएं।
- केतु ग्रह की शांति के लिए हमेशा अपने पास हरे रंग का रुमाल रखें।
- पीपल के पेड़ की परिक्रमा तथा नाग मूर्ति की पूजा करना केतु शांति में लाभकारी सिद्ध होता है।
- सुहागिनों को तिल के लड्डू खिलाने और तिल का दान करने से केतु शांत होता है।
- केतु शांति के लिए गौघृत का दीपक प्रतिदिन शाम को मंदिर में जलाएं।
- कन्याओं को रविवार के दिन मीठी दही और हलवा खिलाने से केतु शांत होता है।
- केतु शांति के लिए पीपल के वृक्ष के नीचे प्रतिदिन कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं।
- केतु शांति के लिए दो रंग का कंबल किसी गरीब को दान करें।
- केतु शांति के लिए गणेश जी की पूजा और सेवा करनी चाहिए।
- गणेश द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ करने से केतु शांत होता है।
- कपिला गाय, लोहा, तिल, तेल, सप्तधान्य शस्त्र, नारियल, उड़द आदि का दान करने से केतु ग्रह की शांति होती है।
- बडे बुजुर्गों की सेवा करने से केतु की दशा में राहत मिलती है।